नववर्ष 2017 - बेस्ट हिन्दी शायरी
NEW YEAR 2017 - BEST HINDI SHAYRI
साल भर मागूंगा खुशियों की दुआ तेरे लिए,
साथ कुछ दिन साल के रख लो अगर मेरे लिए।
-- नामालूम
साथ कुछ दिन साल के रख लो अगर मेरे लिए।
-- नामालूम
पुराने साल का पुराना गम भूल जा मेरे हमदम,
नये साल में खुशियां हो ज्यादा और दुख हो कम।
-- नामालूम
नये साल में खुशियां हो ज्यादा और दुख हो कम।
-- नामालूम
हजार बार नये साल का नया सूरज,
लुटा चुका है शुआएं महल सराओं पर।
मगर बुझा सा अभी तक है झोपड़ों का दीया,
चिमट रही है सियाही गरीब खानों पर।
-- नदीम कासिमी
लुटा चुका है शुआएं महल सराओं पर।
मगर बुझा सा अभी तक है झोपड़ों का दीया,
चिमट रही है सियाही गरीब खानों पर।
-- नदीम कासिमी
जग पुराना है चाँद-सूरज भी,
इस नये साल में नया क्या है।
-- सुखनवर हुसैन
इस नये साल में नया क्या है।
-- सुखनवर हुसैन
गुजिश्ता साल में जो कुछ हुआ बुरा ही हुआ,
उम्मीद है ये नया कुछ भला होगा।
-- काविश हैदरी
उम्मीद है ये नया कुछ भला होगा।
-- काविश हैदरी
ताजा हवा के झोंकों से खुलती है सरहदें,
बिछड़े हुए लोगों को मिलाएगा नया साल।
-- स्व. इशरत मीर
बिछड़े हुए लोगों को मिलाएगा नया साल।
-- स्व. इशरत मीर
कई साल से कुछ खबर ही नहीं,
कहाँ दिन गुजारा कहाँ रात की।
-- डॉ. बशीर बद्र
कहाँ दिन गुजारा कहाँ रात की।
-- डॉ. बशीर बद्र
No comments:
Post a Comment