दीपावली विशेष 2015 : उजाले की शायरी
DEEPAWALI 2015 - BEST SHAYRI MESSAGE
रोशनी तेज करो चाँद सितारों अपनी,
मुझ को मंजिल पे पहुंचना है सहर होने तक।
-- फलक देहलवी
मुझ को मंजिल पे पहुंचना है सहर होने तक।
-- फलक देहलवी
लोग लड़ते रहे रोशनी के लिए
घुप्प अंधेरों का साम्राज्य चलता रहा
दीप था मैं मगर मैं भी खुदगर्ज था,
अपने कमरे में चुपचाप जलता रहा।
-- प्रवीण प्रवाह
घुप्प अंधेरों का साम्राज्य चलता रहा
दीप था मैं मगर मैं भी खुदगर्ज था,
अपने कमरे में चुपचाप जलता रहा।
-- प्रवीण प्रवाह
इतना सच बोल के होठों का तबस्सुम न बुझे,
रोशनी खत्म न कर आगे अंधेरा होगा।
-- निदा फ़ाजली
रोशनी खत्म न कर आगे अंधेरा होगा।
-- निदा फ़ाजली
बुझा दो आज की शब बज्म के सारे चिरागों को,
रुखे रोशन के आगे रोशनी अच्छी नहीं लगती।
-- मोहसिन अली सुहैल
रुखे रोशन के आगे रोशनी अच्छी नहीं लगती।
-- मोहसिन अली सुहैल
जहां रहेगा वहीं रोशनी लुटाएगा
किसी चिराग का अपना मकां नहीं होता.
-- वसीम बरेलवी
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किसी चिराग का अपना मकां नहीं होता.
-- वसीम बरेलवी
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धनतेरस शायरी एस.एम.एस. ( नवम्बर 2015 )-
Dhanteras shayri SMS 2015 -
Sone ka rath,chandni ki palki, jismen baithkar ma lakshmi aai,
Dene aapko aur aapke priwar ko Dhanteras ki badhai.
शुभ धनतेरस - शुभ लक्ष्मी
Shubh Dhanteras - Shubh Lakshmi
धनतेरस की हार्दिक शुभ कामनाएं.
HAPPY DHANTERAS
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