ईद पर बेहतरीन शायरी
ईद की ख़ुशी हम मनायें तो मनायें कैसे,
तुम्हें अपने करीब बुलायें तो बुलायें कैसे।
-- आसिफ रजा
तुम्हें अपने करीब बुलायें तो बुलायें कैसे।
-- आसिफ रजा
झूम के लम्हात आए प्यारे-प्यारे ईद के,
शुक्र है रब ने दिखाए फिर नजारे ईद के.
-- नामालूम
शुक्र है रब ने दिखाए फिर नजारे ईद के.
-- नामालूम
मुझे मिल गया बहाना तेरे दीद का,
कैसी ख़ुशी ले के आया चाँद ईद का.
-- मजरूह सुल्तानपुरी
कैसी ख़ुशी ले के आया चाँद ईद का.
-- मजरूह सुल्तानपुरी
मेरे जिंदगी के मालिक मेरे दिल पे हाथ रखना,
तेरे आने की ख़ुशी में मेरा दम निकल न जाये.
-- अनवर मिर्जापुरी
तेरे आने की ख़ुशी में मेरा दम निकल न जाये.
-- अनवर मिर्जापुरी
कुछ सितारे तेरी पलको में भी रौशन होंगे,
कुछ रुलाएगा मुझे भी तेरा गम ईद के दिन.
-- नामालूम
कुछ रुलाएगा मुझे भी तेरा गम ईद के दिन.
-- नामालूम
आपको ईद की ख़ुशियाँ हों मुबारक लेकिन,
आपने चाँद नहीं आईना देखा होगा।
-- नामालूम
आपने चाँद नहीं आईना देखा होगा।
-- नामालूम
दिल में आई है याद यूं उनकी,
जैसे उभरे फलक पे ईद का चाँद।
-- जहीर निसार
जैसे उभरे फलक पे ईद का चाँद।
-- जहीर निसार