BEST HINDI SHAYRI COLLECTION
बेस्ट हिन्दी शायरी संग्रह
दिल है कदमों पर किसी के सिर झुकाया ही न हो।
बंदगी तो अपनी फितरत है, खुदा हो या न हो।।
यह जनूं भी क्या जनूं, यह हाल भी क्या हाल है।
हम कहे जाते हैं, कोई सुन रहा हो या न हो।।
-- जिगर
बंदगी तो अपनी फितरत है, खुदा हो या न हो।।
यह जनूं भी क्या जनूं, यह हाल भी क्या हाल है।
हम कहे जाते हैं, कोई सुन रहा हो या न हो।।
-- जिगर
दुनिया का अजीब कारखाना देखा,
किस-किसका न याँ हमने जमाना देखा।
बरसों रहा जिनके, सिर पर छ्तरे-जरी,
तुरबत पै न उनकी शामियाना देखा।।
-- अनीस
किस-किसका न याँ हमने जमाना देखा।
बरसों रहा जिनके, सिर पर छ्तरे-जरी,
तुरबत पै न उनकी शामियाना देखा।।
-- अनीस
दुनिया में हूँ दुनिया का तलबगार नहीं हूँ।
बाजार से गुजरा हूँ, खरीदार नहीं हूँ।।
वह गुल हूँ खिजा ने जिसे बरबाद किया है।
उलझूं किसी दामन से, मैं वो खार नहीं हूँ ।।
-- अकबर
बाजार से गुजरा हूँ, खरीदार नहीं हूँ।।
वह गुल हूँ खिजा ने जिसे बरबाद किया है।
उलझूं किसी दामन से, मैं वो खार नहीं हूँ ।।
-- अकबर
जमाने में उसने बड़ी बात कर ली।
खुद अपने से जिसने मुलाकात कर ली ।।
-- अज्ञात
खुद अपने से जिसने मुलाकात कर ली ।।
-- अज्ञात
कितने मुफलिस हो गये, कितने तवंगर हो गये।
खाक में जब मिल गये, दोनों बराबर हो गये ।।
-- जौक
खाक में जब मिल गये, दोनों बराबर हो गये ।।
-- जौक