बेस्ट हिन्दी शायरी :-
गुजार दे जिसे आसां वो जिंदगी भी नहीं
सुकून भी है मगर दर्द में कमी भी नहीं
सुकून भी है मगर दर्द में कमी भी नहीं
मिले हैं यूं तो नये रंग भी ख्यालों को
बिखर गई है जो महफ़िल वो भूलती भी नहीं।
-- फरीद जावेद (मशहूर पाकिस्तानी शायर)
बिखर गई है जो महफ़िल वो भूलती भी नहीं।
-- फरीद जावेद (मशहूर पाकिस्तानी शायर)
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