BEST SHAYRI ON MUHBBAT -
मुहब्बत पर बेहतरीन शायरी -
Muhbbat ko hnsi khel aaj tune kah diya nadan
Khabar hai kuchh muhbbat ki? Bdi tklif hoti hai.
-- Firak
Mujhko tujhse jo kuchh muhbbat hai
Yh muhbbat nhin hai aaft hai.
-- Dard
Yah buton ki muhbbat bhi kya chij hai,
Dillagi-dillagi me khuda mil gya.
-- Fna kanpuri
Dillagi-dillagi me khuda mil gya.
-- Fna kanpuri
Ab itra bhi mlo to muhbbat ki boo nhin,
Vo din hwa huye ki psina gulab tha.
-- Madhoram 'Jauhar'
Vo din hwa huye ki psina gulab tha.
-- Madhoram 'Jauhar'
'Anis' aasan nhin aabad krna ghar muhbbat ka,
Ye unka kam hai jo jindgi barbad karte hain.
-- Meer Anis
Ye unka kam hai jo jindgi barbad karte hain.
-- Meer Anis
-- मुहब्बत पर बेहतरीन शायरी -
मुहब्बत को हंसी-खेल आज तूने कह दिया नादां
खबर है कुछ मुहब्बत की? बड़ी तकलीफ होती है।
-- फिराक
खबर है कुछ मुहब्बत की? बड़ी तकलीफ होती है।
-- फिराक
मुझको तुझसे जो कुछ मुहब्बत है
यह मुहब्बत नहीं है, आफत है।
-- दर्द
यह मुहब्बत नहीं है, आफत है।
-- दर्द
यह बुतों की मुहब्बत भी क्या चीज है।
दिल्लगी-दिल्लगी में खुदा मिल गया।।
-- फना कानपुरी
दिल्लगी-दिल्लगी में खुदा मिल गया।।
-- फना कानपुरी
अब इत्र भी मलो तो मोहब्बत की बू नहीं,
वो दिन हवा हुए कि पसीना गुलाब था।
-- माधोराम "जौहर"
वो दिन हवा हुए कि पसीना गुलाब था।
-- माधोराम "जौहर"
'अनीस' आसां नहीं आबाद करना घर मुहब्बत का,
ये उनका काम है जो जिंदगी बर्बाद करते हैं।
-- मीर अनीस
ये उनका काम है जो जिंदगी बर्बाद करते हैं।
-- मीर अनीस
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