BEST HINDI SHAYRI -
मुलाकात पर बेहतरीन शायरी -
मुलाकात पर बेहतरीन शायरी -
उस अजनबी की बात में कितनी मिठास थी,
दो पल की मुलाकात थी पर अब भी याद है।
-- स्व. चिराग रुदौल्वी
दो पल की मुलाकात थी पर अब भी याद है।
-- स्व. चिराग रुदौल्वी
तुझे देखा नहीं है फिर भी तुमसे,
मेरी अक्सर मुलाकातें रही है।
-- कमर शेरवानी
मेरी अक्सर मुलाकातें रही है।
-- कमर शेरवानी
न जी भर के देखा न कुछ बात की,
बड़ी आरजू थी मुलाकात की।
-- बशीर बद्र
बड़ी आरजू थी मुलाकात की।
-- बशीर बद्र
नक्शा उठाके कोई नया शहर ढूंढीये,
इस शहर में तो सबसे मुलाकात हो गई।
-- निदा फ़ाजली
इस शहर में तो सबसे मुलाकात हो गई।
-- निदा फ़ाजली
राह पर उनको लगा लाए तो हैं बातों में,
और खुल जाएंगे दो चार मुलाकातों में।
-- दाग़
और खुल जाएंगे दो चार मुलाकातों में।
-- दाग़
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