Saturday, September 10, 2016

जीवन से जुड़े बेहतरीन शायरी -


BEST SHER O SHAYRI COLLECTION


गर जिंदगी में मिल गए फिर इत्तिफाक से
पूछेंगे अपना हाल तेरी बेबसी से हम।
-- साहिर

क्या कहिए किस तरह से जवानी गुजर गई
बरबाद करने आई थी, बरबाद कर गई।
-- दाग

किसी से मेरी मंजिल का पता पाया नहीं जाता
जहाँ में हूँ, फरिस्तों से वहां जाया नहीं जाता।
-- मख्मूर

जिंदगानी का मजा मिलता था जिनकी बज्म में
उनकी कब्रों का भी अब मुझको पता मिलता नहीं।
-- अकबर

जिन्हें शक हो वो करें और खुदाओं की तलाश
हम तो इंसान को दुनिया का खुदा कहते हैं।
-- फ़िराक

क्या बताऊँ दोस्तों, उनके ख्वाब आने का हाल,
झिलमिलाती झील में लरजा कोई महताब था।
-- कतील शिफाई