Monday, October 10, 2016

विजयादशमी (दशहरा) पर विशेष : भगवान राम के प्रति इन महानुभाओं के विचार

DUSSEHRA (VIJYADASHMI) : BEST QUOTES IN HINDI 
विजयादशमी (दशहरा) पर विशेष : भगवान राम के प्रति इन महानुभाओं के विचार

संपूर्ण गुणों से युक्त श्री राम गंभीरता में समुद्र और धैर्य में हिमालय के समान हैं। वे धैर्य के मूर्तरूप हैं। 
-- महर्षि वाल्मीकि    
                
मंगल शक्ति के अधिष्ठाता राम जैसे पराक्रम और धीर हैं वैसा ही उनका शील भी है। 
-- रामचंद्र शुक्ल

गृहाश्रम भारतीय समाज की भित्ति है और रामायण उसका महाकाव्य।    -- रविंद्र नाथ टैगोर      

रामायण के चरित्रों ने संपूर्ण भारतीय जीवन को हजारों वर्षों से मंत्रमुग्ध सा कर रखा है। संसार के किसी अन्य महाकाव्य के पात्र इस तरह लोक जीवन में घुले-मिले नहीं दिखाई देते हैं। 
-- विनोबा भावे         
    
भारत की सभ्यता की रक्षा करने में रामचरितमानस की भूमिका सर्वोपरि है। इसके अभाव में लोगों का जीवन जड़वत और शुष्क बन जाता है। मानस अनुभवजन्य ज्ञान का भंडार है। 
-- महात्मा गांधी        

हाथ में दान, पैरों से तीर्थयात्रा, भुजाओं में विजयश्री, वचन में सत्यता, प्रसाद में लक्ष्मी, संघर्ष में शत्रु की मृत्यु- ये राम के स्वाभाविक गुण हैं। 
-- लक्ष्मण सूरि