होली शायरी

BEST HOLI SHAYRI IN HINDI
HOLI SHAYRI FOR YOUR FRIENDS
 
देख बहारें होली की
जब फागुन रंग झमकते हों तब देख बहारें होली की
और दफ़ के शोर खड़कते हों तब देख बहारें होली की
परियों के रंग दमकते हों तब देख बहारें होली की
ख़ुम, शीशए-जाम छलकते हों तब देख बहारें होली की

महबूब नशे में छकते हों तब देख बहारें होली की

गुलज़ार खिले हों परियों के और मजलिस की तैयारी हो
कपड़ों पर रंग के छीटों से ख़ुश रंग अजब गुलकारी हो
मुंह लाल, गुलाबी आंखें हों और हाथों में पिचकारी हो
उस रंग भरी पिचकारी को अंगिया पर तक कर मारी हो

सीनों से रंग ढलकते हों तब देख बहारें होली की।

और एक तरफ़ दिल लेने को महबूब भवैयों के लड़के
हर आन घड़ी गत भरते हों कुछ घट-घट के कुछ बढ़-बढ़ के
कुछ नाज़ जतावें लड़-लड़ के कुछ होली गावें अड़-अड़ के
कुछ लचकेँ शोख़ कमर पतली कुछ हाथ चले कुछ तन फड़के

कुछ काफ़िर नैन मटकते हों तब देख बहारें होली की।

                                          -- नज़ीर अकबराबादी

LATEST HOLI SHAYRI SMS
HOLI SHAYRI SMS COLLECTION IN HINDI
HAPPY HOLI SHAYRI SMS 140 CHARACTERS
HOLI 2013 SPECIAL SHAYRI SMS
LATEST HOLI SHAYRI SMS IN ENGLISH
FUNNY HOLI SHAYRI SMS
HOLI SHAYRI SMS MESSAGES
HOLI SHAYRI SMS JOKES
HOLI SHAYRI SMS MESSAGE IN HINDI FOR FREE
HOLI SHAYRI SMS FIR FREE,FUNNY,LATEST
HOLI SHAYRI SMS IN HINDI 140 -


SATRANGI RNGO KI FUHAR HAI
SB TARAF KHUSHIYON KI BAHAR HAI,
HOLI ME SB DURBHAV MITA LO
AAGRH AAPSE YE BAR BAR HAI.

"HAPPY HOLI- HOLI MUBARK HO"

"HOLI KI HARDIK SUBH KAMNAYEN"

-------------------------------------------------------------------------


होली शायरी एस.एम.एस.
लेटेस्ट होली शायरी एस.एम.एस. 
हैप्पी होली शायरी एस.एम.एस. 140 शब्द 
होली स्पेशल एस.एम.एस.
लेटेस्ट होली हिन्दी शायरी एस.एम.एस. 
लेटेस्ट होली इंग्लिश शायरी एस.एम.एस. 
होली मैसेज
होली जोक्स शायरी मैसेज 
होली फ्री हिंदी शायरी एस.एम.एस. -
--------------------------------------------------------------------

रंगों की फुहार 
होली का त्यौहार,
लाल - गुलाबी नीले - पीले 
चेहरे हो गये यार।
---------------------------------------------------------------------
" हैप्पी होली "
----------------------------------------------------------------------
चाँद है पूरा 
रंगों की निकली है डोली,
खुशियों की भर-भर पिचकारी 
आओ मिलकर खेले होली।
----------------------------------------------------------------------
" होली की अनंत मंगल कामनाएँ "
----------------------------------------------------------------------
फागुन का है मस्त महीना 
झूम रहे सब मस्ती में 
कैसी मस्त बयार चली है 
बरस रहा रंग बस्ती में।
----------------------------------------------------------------------
"होली आप सभी के जीवन में खुशियों के ढेर सारे रंग घोले।"
----------------------------------------------------------------------



होली 201- शेरो-शारी 
होली पर नजीर अकबराबादी के काव्य फुहार :-

जब फागुन रंग झमकते हों तब देख बहारें होली की
और दफ़ के शोर खड़कते हों तब देख बहारें होली की
परियों के रंग दमकते हों तब देख बहारें होली की
ख़ुम, शीशए-जाम छलकते हों तब देख बहारें होली की

महबूब नशे में छकते हों तब देख बहारें होली की.

गुलजार खिले हों परियों के और मजलिस की तैयारी हो
कपड़ों पर रंग के छीटों से खुश रंग अजब गुलकारी हो
मुंह लाल, गुलाबी आंखे हों और हाथों में पिचकारी हो
उस रंग भरी पिचकारी को अंगिया पर तक कर मारी हो

सीनों से रंग ढलकते हों तब देख बहारें होली की।

और एक तरफ़ दिल लेने को महबूब भवैयों के लड़के
हर आन घड़ी गत भरते हों कुछ घट-घट के कुछ बढ़-बढ़ के
कुछ नाज जतावें लड़-लड़ के कुछ होली गावें अड़-अड़ के
कुछ लचकें शोख़ कमर पतली कुछ हाथ चले कुछ तन फडकें

कुछ काफ़िर नैन मटकते हों तब देख बहारें होली की।

                                               -- नजीर अकबराबादी


--------------------------------------------------------------------------


होली विशेष - शेरो-शायरी -
होली शायरी -
होली के रंग शायरों के संग :-

इक रंग भरी पिचकारी वो अँगिया पर तक कर मारी हो, 
सीने से रंग ढलकते हों तब देख बहारें होली की!
                               -- 'नजीर' अकबराबादी

'नजीर' होली का मौसम जो जग में आता है
वह ऐसा कौन है होली नहीं मनाता है
कोई तो रंग छिड़कता है कोई गाता है
जो खाली रहता है वह देखने को जाता है।
                               -- नजीर अकबराबादी


No comments:

Post a Comment